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हिन्दुस्तानी संगीत में घराना परम्परा - Dr. Rajesh K Chauhan

हिन्दुस्तानी संगीत में घराना परम्परा -----------------------------------------  घराना परंपरा भारतीय संगीत की विशेषता है। संगीत में घराने का अत्यधिक महत्व माना गया है। घराने से मतलब किसी विशिष्ट गुरु परंपरा से होता है। घराने की प्रथा संगीत की तीनों विधाओं में पाई जाती है। जिस प्रकार गायन में घराने होते हैं, उसी प्रकार वाद्य तथा नृत्य के भी घराने होते हैं। गायन के अंतर्गत भी ध्रुपद, ख़याल तथा ठुमरी जैसी शैलियों में भी गायकों के विभिन्न घराने देखे जा सकते हैं। घरानों का प्रचलन उत्तर तथा दक्षिण दोनों में बराबर पाया जाता है। उत्तर भारत में जिसे घराना कहते हैं, दक्षिण में वही संप्रदाय कहलाता है। ख़्याल गायकी के प्रमुख घराने --------------------------------------- 1. ग्वालियर घराना 2. आगरा घराना 3. किराना घराना 4. बनारस घराना 5. जयपुर-अतरौली घराना‌‌ 6. रामपुर-सहसवान घराना 7. पटियाला घराना 8. दिल्ली घराना 9. भिंडी बाज़ार घराना 10. मेवाती घराना 11. इन्दौर घराना 12. खुर्जा घराना 13. सहारनपुर घराना 14. मथुरा घराना 15. फतेहपुर सीकरी घराना 16. सिकंदराबाद...