संगीत एक उत्तम औषधि Dr.Rajesh k Chauhan जिस प्रकार प्राणी जगत में प्रकाश और उष्मा के प्रभाव से जीवों के शरीर बढ़ते, पुष्ट और स्वस्थ होते हैं उसी प्रकार ध्वनि में विद्यमान तापीय और प्रकाशीय ऊर्जा प्राणधारियों के विकास में सहायक है। यह ऊर्जा उनके जीवन में अन्न और जल की ही भांति महत्त्वपूर्ण स्थान रखती है। पीड़ाग्रस्त व्यक्ति के लिए तो संगीत उस रामबाण औषधि की तरह है जिसका श्रवण करते ही तात्कालिक शांति मिलती है। कुछ लोग कहते हैं कि यह भावुक अभिव्यक्ति मात्र है, किन्तु वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं ने संगीत की उन विलक्षण बातों का पता लगाया है जो मनुष्य शरीर में शाश्वत चेतना को और भी स्पष्टता से प्रमाणित करती हैं। इस विषय पर अनेक शोध किए गए हैं। अन्नामलाई विश्वविद्यालय में वनस्पति शास्त्र के विभागाध्यक्ष डॉ.टी.सी.एन.सिंह और उनकी सहयोगिनी कुमारी स्टेला पुनैया के वनस्पति और प्राणियों पर किये गये संगीत के परीक्षण इस सम्बन्ध में उल्लेखनीय हैं। वास्तव में ईश्वर, आत्...