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हिमाचली लोक संगीत के पितामाह - एस.डी.कश्यप ( SD Kashyap ) - Dr. Rajesh K Chauhan

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 70 के दशक में हिमाचल के दूर दराज़ के गांव से निकल कर माया नगरी में संगीत की लौ जगाने वाले मश़हूर संगीतकार एस.डी. कश्यप को हिमाचली संगीत का पितामाह कहा जाता है। जिस दौर में हिमाचल के अधिकतर गांव, कस्बे बिजली की एक  झलक पाने को तरसते थे, गांव में किसी विशिष्ट परिवार के पास ही टीवी, ट्रांजिस्टर या टेप रिकॉर्डर हुआ करते थे उस दौर में कश्यप साहब ने मंडी के सकरोहा में रिकॉर्डिंग स्टूडियो का निर्माण किया। 1986 में "साऊंड ऑफ़ साऊंड" नाम से खोले गए इस रिकॉर्डिंग स्टूडियो ने हिमाचली लोक संगीत की दुनियां में नई क्रांति का शंखनाद किया। इस स्टूडियो के निर्माण से पहले हिमाचली कलाकार केवल आकाशवाणी में स्वर परीक्षा पास करने के उपरांत ही अपनी आवाज़ रिकॉर्ड करवा सकते थे लेकिन  स्टूडियो खुल जाने के बाद कोई भी व्यक्ति अपनी आवाज़ को उनके स्टूडियो में जाकर रिकॉर्ड करवा सकता था हालांकि उसे स्वर और ताल का ज्ञान होना अनिवार्य था। ये चाहते तो मुंबई में ही रहकर संगीत निर्देशन का कार्य कर सकते थे। अपने करियर को अन्य संगीतकारों की तरह मायानगरी में ऊंचाइयों पर ले जा सकते थे, शानो-शौक़त भरी आरामदायक ज...