बुधवार, 27 नवंबर 2024

गत्ताधार में 'सिरमौर रत्न' सम्मान समारोह पर्यटन, संस्कृति और सम्मान की अनूठी पहल - डॉ. राजेश चौहान

 हिमाचल प्रदेश का सिरमौर जिला, जो अपनी सांस्कृतिक विविधता, प्राकृतिक सुंदरता और समृद्ध परंपराओं के लिए विख्यात है, 23 नवंबर, 2024 को इतिहास के पन्नों में दर्ज होने वाला एक अभूतपूर्व आयोजन का गवाह बना। बी.एस.एन. समूह और गत्ताधार टूरिज्म के बैनर तले इस सुरम्य पर्यटन स्थल पर ‘सिरमौर रत्न’ सम्मान समारोह का भव्य आयोजन हुआ। यह आयोजन न केवल स्थानीय प्रतिभाओं को मंच प्रदान करने का अवसर था, बल्कि गत्ताधार को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल भी थी।


सिरमौर ज़िला का गत्ताधार अपनी मनोहारी प्राकृतिक छटा, घने जंगलों और शांत वातावरण के लिए जाना जाता है। समुद्रतल से काफी ऊंचाई पर स्थित यह स्थल, आज तक पर्यटन के लिहाज से उतना विकसित नहीं हो पाया था, जितनी इसकी क्षमता है। इस आयोजन ने इसे एक नई पहचान देने का काम किया। दुर्गम और चुनौतीपूर्ण भूगोल में इस तरह का आयोजन कराना जहां एक ओर कठिन था, वहीं यह स्थानीय लोगों की दृढ़ इच्छाशक्ति और उत्साह का प्रत्यक्ष प्रमाण भी था।




समारोह में पद्मश्री अवॉर्डी विद्यानंद सरैक, संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित एवं हिमाचल गौरव डॉ. कृष्ण लाल सहगल समेत ज़िला की 111 नामी हस्तियों को सम्मानित किया गया। इन प्रतिभाओं में कला, संस्कृति, शिक्षा, खेल, समाजसेवा और साहित्य जैसे विविध क्षेत्रों के लोग शामिल थे। यह सम्मान उन अनजान और अल्पज्ञात नायकों को समर्पित था, जिनकी मेहनत और लगन ने समाज को एक नई दिशा और प्रेरणा दी। इन प्रतिभाओं के सम्मान से सिरमौर की युवा पीढ़ी को एक प्रेरक संदेश मिला कि कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।


समारोह की गरिमा तब और बढ़ गई जब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध रेसलर 'द ग्रेट खली', जो सिरमौर के ही सपूत हैं और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता एवं न्यायविद् एच.सी. गनेशिया ने इस ऐतिहासिक आयोजन में शिरकत की। इनकी उपस्थिति ने न केवल आयोजन को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई, बल्कि स्थानीय निवासियों और युवाओं के आत्मविश्वास को भी बढ़ावा दिया। इसके अतिरिक्त, देशभर की प्रतिष्ठित हस्तियां और बुद्धिजीवी भी इस अवसर पर उपस्थित रहे जिन्होंने इस आयोजन को और अधिक यादगार बना दिया।


बी.एस.एन. समूह के संस्थापक गत्ताधार के युवा और ओजस्वी व्यक्तित्व डॉ. बलबीर शर्मा इस आयोजन की सफलता के प्रमुख सूत्रधार थे। उनका लक्ष्य केवल सिरमौर की प्रतिभाओं को मंच प्रदान करना ही नहीं था, बल्कि गत्ताधार को पर्यटन के क्षेत्र में एक नई ऊंचाई तक ले जाना भी था। डॉ. शर्मा और उनकी टीम ने इस आयोजन की योजना से लेकर उसके क्रियान्वयन तक जो मेहनत और समर्पण दिखाया, वह प्रेरणादायक है। उनके नेतृत्व में यह आयोजन गत्ताधार और सिरमौर के लिए एक ऐतिहासिक क्षण साबित हुआ।


इस अवसर पर अरविंद गोयल के निर्देशन में प्रकाशित 'सिरमौर अलंकरण पत्रिका' का भी विमोचन किया गया। यह पत्रिका सिरमौर की समृद्ध संस्कृति, परंपराओं और प्रतिभाओं को समर्पित थी। इसे नि:शुल्क उपलब्ध कराकर आयोजकों ने यह सुनिश्चित किया कि सिरमौर की अनमोल धरोहर अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचे।


इस आयोजन की सफलता में स्थानीय निवासियों, प्रशासन और गत्ताधार टूरिज्म के सामूहिक प्रयासों का बड़ा योगदान रहा। दुर्गम स्थल पर इतना भव्य आयोजन कराना जहां एक चुनौतीपूर्ण कार्य था, वहीं यह सामूहिक इच्छाशक्ति और संगठन क्षमता का अद्भुत उदाहरण भी था। इस आयोजन ने यह सिद्ध कर दिया कि यदि समाज एकजुट होकर प्रयास करे, तो कोई भी बाधा अडिग नहीं रह सकती।


गत्ताधार में आयोजित इस सम्मान समारोह ने यह उम्मीद जगाई है कि भविष्य में यह क्षेत्र पर्यटन और सांस्कृतिक गतिविधियों का प्रमुख केंद्र बनेगा। इस आयोजन ने न केवल गत्ताधार की सुंदरता और सांस्कृतिक महत्व को उजागर किया, बल्कि इसे पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र भी बनाया। स्थानीय संस्कृति, परंपराओं और प्रतिभाओं को प्रोत्साहन देकर यह आयोजन एक मिसाल बन गया।


'सिरमौर रत्न' सम्मान समारोह न केवल सिरमौर की सांस्कृतिक और सामाजिक चेतना का प्रतीक था, बल्कि यह एक नई शुरुआत भी थी। गत्ताधार को पर्यटन के क्षेत्र में एक नई पहचान दिलाने और सिरमौर की प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने की यह पहल प्रशंसनीय है। भविष्य में इस प्रकार के आयोजन सिरमौर की गरिमा को बढ़ाने और इसे नई ऊंचाइयों पर ले जाने में सहायक सिद्ध होंगे। गत्ताधार का यह ऐतिहासिक आयोजन यह संदेश देता है कि यदि सामूहिक प्रयास किए जाएं, तो कोई भी स्थान अपनी विशिष्ट पहचान बना सकता है। 'धारों की धार गत्ताधार' के इस आयोजन ने न केवल सिरमौर की प्रतिभाओं को सम्मानित किया, बल्कि इसे हिमाचल प्रदेश और देश के सांस्कृतिक मानचित्र पर भी स्थापित कर दिया।

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